परीक्षा में टॉप करने के लिए मत अपनायें ये ‘टुक्के’ – वरना मेहनत बेकार! mat karo try these tricks top karne ke liye jobayog

परीक्षा में टॉप करने के लिए मत अपनायें ये ‘टुक्के’ – वरना मेहनत बेकार! mat karo try these tricks top karne ke liye jobayog

mat karo try these tricks top karne ke liye jobayog

हर छात्र की ख्वाहिश होती है—परीक्षा में टॉप करना। इसके लिए आप दिन-रात पढ़ाई करते हैं, मॉक टेस्ट देते हैं और नोट्स तैयार करते हैं। मगर जब वो ‘स्मार्ट चक्कर’ या ‘टुक्का’ लेकर परीक्षा हल करने की कोशिश करते हैं—जो आपकी मेहनत को तेलागल कर सकते हैं। यह ब्लॉग उन सामान्य लेकिन खतरनाक ट्रिक्स पर रोशनी डालता है जिन्हें आपको अपनी तैयारी में बिलकुल भी शामिल नहीं करना चाहिए।

 1. “आधरहीन अनुमान” लगाने से बचें

क्या होता है: कई बार छात्र उत्तर नहीं जानते लेकिन रैंडम अंदाज़े से सही उत्तर मान लेते हैं।
गलत क्यों: इससे अचानक निगेटिव मार्किंग बढ़ जाती है और स्कोरDown हो जाता है।
सही तरीका:

  • पता नहीं तो छोड़ दें या सबसे आसान उत्तर चुनें।

  • सलाह: गलत से बेहतर न देने वाला उत्तर है।

2. “टाइम टाइम!” टेस्ट में टाइममैनेजमेंट की लापरवाही

क्या होता है: सवाल देखकर सबसे पहले कठिन हिस्सों पर ध्यान दे देते हैं, समय कम पड़ जाता है।
गलत क्यों: मार्क्स कम पड़ सकते हैं जबकि आसान सवाल अनसुलझे रह सकते हैं।
सही तरीका:

  • पहले आसान सवालों को हल करें।

  • कठिन सवालों पर केवल तब जाएं जब समय बाकी हो।

3. “पाठ्यक्रम छोड़ना”—नोट्स या वीडियो से सीधे सीखने की भूल

क्या होता है: NCERT छोड़ कर सीधे गाइड या टीवी वीडियो से पढ़ना।
गलत क्यों: मूल बातें समझ में नहीं आतीं, गहराई नहीं बढ़ती।
सही तरीका:

  • NCERT किताबें ज़रूर पढ़ें और उसमें नोट्स बनाएं।

  • बाद में गाइड और अति तथ्यात्मक पठन करें।

4. “बेशक मॉक टेस्ट में सिर्फ अंक देख लेना पर्याप्त हैं”

क्या होता है: मॉक टेस्ट देते हैं, नंबर देखकर खुश हो जाते हैं।
गलत क्यों: असली परीक्षा में समय-प्रबंधन, स्ट्रेटजी और त्रुटियों पर नियंत्रण नहीं बन पाता।
सही तरीका:

  • मॉक के बाद उसका डिटेल एनालिसिस करें: गलत उत्तरों को पहचानें, अपने दोष नोट करें।

  • सप्ताहांत में मॉक टेस्ट दें और सुधार लाएँ।

5. “ज्यादा रटने की कोशिश” करना

क्या होता है: रट कर कुछ भी याद करने की आदत डाल लेते हैं।
गलत क्यों: रटे ज्ञान को भूल जाना होता है।
सही तरीका:

  • सीखें—दिमाग में समझ के साथ, पढ़ाई के दौरान नोट्स बनाएं।

  • समय-समय पर Active revision करें और खुद से टेस्ट लें (Self-testing).

6. “मल्टीटास्किंग”—एक साथ कई विषय पढ़ना

क्या होता है: रोज़ कुछ समय मैथ, कुछ समय बायोलॉजी, कुछ समय इतिहास में बिताते हैं।
गलत क्यों: दिमाग विषय को ठीक से फोकस नहीं कर पाता।
सही तरीका:

  • एक विषय एक दिन, एक सत्र पढ़ें—गहरा ध्यान दें।

  • छोटे ब्रेक लें और अलग लर्निंग मॉड्यूल्स बनाएं।

7. “डिस्ट्रैक्शन”—सोशल मीडिया, मोबाइल ध्यान भंग

क्या होता है: पढ़ाई के दौरान मोबाइल पर नोटिफिकेशन, सोशल मीडिया चेक करना।
गलत क्यों: एक मिनट का ध्यान भंग पूरे घंटे को प्रभावित कर देता है।
सही तरीका:

  • पढ़ाई के समय मोबाइल साइलेंट या दूर रखें।

  • Pomodoro तकनीक का उपयोग करें—25 मिनट पढ़ो, 5 मिनट ब्रेक लो।

8. “रिसर्च का अति”—हर टॉपिक पर गहराई से रिसर्च करना

क्या होता है: Internet पर वीडियो देख-देखकर थक जाते हैं।
गलत क्यों: समय बर्बाद होता है, Confusion बढ़ता है।
सही तरीका:

  • केवल NCERT + मान्यता प्राप्त किताबों से पढ़ें।

  • वीडियो और अन्य online resources को specific weak areas पर लाएँ।

9. “नींद और स्वास्थ्य की उपेक्षा”

क्या होता है: ज्यादा पढ़ने के लिए रात को कम सोते हैं, फास्ट फूड खाते हैं।
गलत क्यों: मानसिक थकान, स्मृति कमज़ोर, अवसाद और डिस्ट्रैक्शन।
सही तरीका:

  • 7–8 घंटे की नींद लें, हल्का व्यायाम करें, हेल्दी खाना खाएं।

  • समय-समय पर ब्रेक लें, शरीर को आराम दें।

10. “पैनिक अटैक”—अंतिम समय में टेंशन लेना

क्या होता है: परीक्षा वाले दिन या हफ्ते पहले डरा हुआ महसूस होना।
गलत क्यों: मानसिक परेशानी, उलझन, और प्रदर्शन गिर जाता है।
सही तरीका:

  • परीक्षा से पहले दिनों में रिवीजन लाइट रखें।

  • ध्यान, गहरी साँस, पॉजिटिव सोचना—से अपने मन को शांत रखें।

निष्कर्ष

परीक्षा में टॉप करने की राह में मेहनत, समझदारी, निरंतर अभ्यास और आत्मविश्वास सबसे जरूरी हैं। ऊपर बताये गये ‘टुक्के’ या छींटे आपके प्रदर्शन पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं। इसलिए, इन्हें परीक्षा रणनीति में शामिल करने से बचें। आपकी मेहनत को दिशा और सही तरीके से प्रयुक्त करें—तो आप निश्चित रूप से सफल होंगे!


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